नारी सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन -श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन आरी झांसी में

22-11-21 siteadmin 0 comment

झांसी अंचल में उच्च कीर्तिमान स्थापित करने वाले संस्थान श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन आरी झांसी, जो कि अनंत विभूषित संत शिरोमणि परम श्रद्धेय श्री रविशंकर जी महाराज (श्री रावतपुरा सरकार) जी के आशीर्वाद से संचालित तथा उपाध्यक्ष श्री जे. के. उपाध्याय जी के कुशल निर्देशन मे संचालित है। संस्थान में आज ” नारी सशक्तिकरण को सकारात्मक बल देने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन” संस्थान में फार्मेसी विभाग में किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम देव पूजन तथा दीप प्रज्वलन ग्राम आरी प्रधान नीलम तोमर , ग्राम की वरिष्ठ महिलाओं द्वारा किया गया। कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण को जोर देते हुए ग्राम प्रधान श्री मती नीलम तोमर जी ने कहा महिला सशक्तिकरण के बिना देश व समाज में नारी को वह स्थान नहीं मिल सकता, जिसकी वह हमेशा से हकदार रही है। महिला सशक्तिकरण के बिना वह सदियों पुरानी परम्पराओं और दुष्टताओं से लोहा नहीं ले सकती। बन्धनों से मुक्त होकर अपने निर्णय खुद नहीं ले सकती। स्त्री सशक्तिकरण के अभाव में वह इस योग्य नहीं बन सकती कि स्वयं अपनी निजी स्वतंत्रता और अपने फैसलों पर आधिकार पा सके। कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए संस्थान प्रबंधक सत्येन्द्र सिंह जी ने नारी सशक्तिकरण को जोर देते हुए कहा जिस तरह से भारत आज दुनिया के सबसे तेज आर्थिक तरक्की प्राप्त करने वाले देशों में शुमार हुआ है, उसे देखते हुए निकट भविष्य में भारत को महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने पर भी ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। भारतीय समाज में सच में महिला सशक्तिकरण लाने के लिए महिलाओं के विरुद्ध बुरी प्रथाओं के मुख्य कारणों को समझना और उन्हें हटाना होगा जो समाज की पितृसत्तामक और पुरुष युक्त व्यवस्था है। यह बहुत आवश्यक है कि हम महिलाओं के विरुद्ध अपनी पुरानी सोच को बदलें और संवैधानिक तथा कानूनी प्रावधानों में भी बदलाव लाए। इस अवसर पर अस्सिटेंट प्रो निकिताखरे, दिव्या पांडेय, दीक्षा सोनी , सोनम सिंह , अवनीका , डॉ सीमा गुप्ता, प्रवक्ता संगीता यादव , रिचा यादव एवम् शिप्रा इत्यादि उपस्थित रहे। फार्मेसी प्राचार्य जी ने समस्त नारी शक्ति को संबोधित करते हुए कहा
की हम सभी को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, उन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। इक्कीसवीं सदी नारी जीवन में सुखद सम्भावनाओं की सदी है। महिलाएँ अब हर क्षेत्र में आगे आने लगी हैं। आज की नारी अब जाग्रत और सक्रीय हो चुकी है। किसी ने बहुत अच्छी बात कही है “नारी जब अपने ऊपर थोपी हुई बेड़ियों एवं कड़ियों को तोड़ने लगेगी, तो विश्व की कोई शक्ति उसे नहीं रोक पाएगी।” वर्तमान में नारी ने रुढ़िवादी बेड़ियों को तोड़ना शुरू कर दिया है। यह एक सुखद संकेत है। लोगों की सोच बदल रही है, फिर भी इस दिशा में और भी प्रयास करने की आवश्यकता है। आज का कार्यक्रम की मुख्य बात यह थी कि ग्राम आरी की महिलाओं ने हमारे संस्थान के मंच के माध्यम से अपने विचार रखे जैसे खुद मेहनत करो लेकिन बच्चों को पढ़ाओ एवं एक नारी सब पे भारी जैसे विचार उन्होंने प्रकट किए कार्यक्रम का आभार फार्मेसी संकाय प्राचार्य श्री विकास पांडेय जी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु कार्यक्रम समन्वयक दिव्या पांडेय एवम् दीपा सोलंकी के साथ संस्थान में संचालित शिक्षा संकाय का स्टाफ, फार्मेसी संकाय का स्टाफ, आईटीआई प्राचार्य, स्टाफ तथा समस्त संकायों के छात्र छात्राएं उपस्थित रहें।



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