श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन द्वारा ग्राम बूढ़ा,ग्राम भोजला,ग्राम आरी में गांधी जयंती के सुअवसर पर किया गया जनजागरूकता रैली का भव्य आयोजन।
आज झांसी क्षेत्र के उत्कृष्ट शिक्षा के क्षेत्र में नवीन आयाम स्थापित करने वाले संस्थान श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस आरी झांसी में परम श्रद्धेय अनंत विभूषित संत शिरोमणि परम पूज्य श्री रविशंकर जी महाराज “श्री रावतपुरा सरकार” के आशीष तथा संस्थान उपाध्यक्ष श्री जे के उपाध्याय जी जिनके मार्गदर्शन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान ख्याति प्राप्त करने को अग्रसर है उनके सानिध्य में संस्थान प्रबंधक जिनका स्वप्न संस्थान को राष्ट्र स्तर का संस्थान बनाकर उभारने का है उनके कुशल संचालन में आज राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्म दिवस के अवसर पर आज मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र एमएलसी माननीय श्री मती रमा आर पी निरंजन जी की गरिमामई उपस्थित में मनाया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ अक्स गार्डन से माननीय एमएलसी द्वारा रैली को हरी झंडी दिखाकर तथा शुभारंभ का फीता काट कर किया गया इस अवसर पर माननीय एमएलसी महोदया जी ने सर्वप्रथम देश के राष्ट्रपिता तथा राष्ट्र गौरव को याद करते हुए कहा कि हम लोगो को गुलामी की जंजीर से निकालने में महात्मा गांधी जी का अविस्मरणीय योगदान है जो कभी नही भुलाया जा सकता है उन्होंने जन समूह,छात्र छात्राओं तथा ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा महात्मा गांधी महज एक नाम नहीं, बल्कि एक विचार हैं, एक सोच हैं। एक ऐसी सोच, जो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में आज भी प्रासंगिक बनी हुई है और करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है। अहिंसा महात्मा गांधी के दर्शन का मूल मंत्र रहा, जिसके बारे में उन्होंने कहा था, ‘अहिंसा एक दर्शन है, एक सिद्धांत है और एक अनुभव है, जिसके आधार पर समाज को बेहतर बनाया जा सकता है।’ साथ ही उन्होंने कहा महात्मा गांधी अपने जीवन में न सिर्फ अहिंसा की लड़ाई लड़े, बल्कि छुआछूत, जाति प्रथा व सामाजिक भेदभाव के खिलाफ भी उन्होंने संघर्ष किया। स्वराज को लेकर उनकी जो संकल्पना थी, उसमें उन्होंने जाति-धर्म से ऊपर उठने की बात कही थी। ‘यंग इंडिया’ में उन्होंने लिखा था, ‘मेरे… हमारे… अपनों के स्वराज में जाति व धर्म के भेद का कोई स्थान नहीं हो सकता। उस पर शिक्षितों व धनवानों का एकाधिकार नहीं होगा। वह स्वराज सबके लिए, सबके कल्याण के लिए होगा।’ साथ ही स्वक्षता तथा बीमारी से रोकथाम के लिए माननीय एमएलसी महोदया जी ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा मैं अपने शब्दों में, इस बहुत भारी भीड़ के सामने स्वच्छ भारत अभियान पर कुछ कहना चाहती हूँ। ये विषय मैंने विशेषरुप से पूरे भारत में हमारे चारों ओर साफ-सफाई की बढ़ती हुयी आवश्यकता के कारण चुना है, जिसे केवल देश के सभी और प्रत्येक नागरिक के एक दूसरे के सहयोग और प्रयासों से ही सफल बनाया जा सकता है। भारत के महान व्यक्ति, महात्मा गाँधी ने कहा था कि,“स्वतंत्रता से ज्यादा स्वच्छता कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।” भारत गरीबी, शिक्षा की कमी, स्वच्छता की कमी और अन्य सामाजिक मुद्दों के कारण आज भी विकासशील देश है। हमें समाज से उन सभी कारणों का उन्मूलन करने की आवश्यकता है जो देश के विकास और वृद्धि में बाधा डालते हैं।और मैं समझती हूँ स्वच्छता अभियान, समाज से सभी बुराईयों को खत्म करने के साथ ही नागरिकों की वैयक्तिक वृद्धि के साथ देश की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सबसे अच्छी शुरुआत है। केवल स्वच्छता मिशन की सफलता ही भारत में बहुत बड़े बदलाव को ला सकती है। ये भारत में रहने वाले सभी नागरिकों की आन्तरिक और बाहरी वृद्धि और विकास से जुड़ी हुआ है जो इसके नारे की सम्पूर्णता में दिखायी देता है कि, “स्वच्छ, खुश और स्वस्थ्य नागरिक, स्वस्थ्य और विकसित राष्ट्र के निर्माण में भाग लेते हैं।” इसी के साथ माननीय एमएलसी महोदया जी,ग्राम आरी प्रधान बंटू तोमर, संस्थान प्रबंधक जी, फार्मेसी संकाय प्राचार्य,आईटीआई संकाय प्राचार्य के नेतृत्व में रैली में स्वक्षता तथा बीमारी से रोकथाम के लिए मास्क तथा सेनेटाइजर का वितरण किया गया तथा सांस्थानि कर्मचारी द्वारा ग्राम बूढ़ा,ग्राम भोजला, ग्राम आरी सेनेटाइजेशन तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया । रैली का समापन संस्थान प्रबंधक जी ने माननीय एमएलसी महोदया जी , तथा विशाल जनसमूह और सभी छात्र छात्राओं का आभार ग्राम वासियों को स्वक्षता का परामर्श देकर के किया।
श्री प्रबंधक जी ने राष्ट्र पिता जी को याद करते हुए कहा विश्व के महापुरुषों ने इस बात को माना है कि गांधी के बिना मानवाधिकार की संकल्पना पूर्ण नहीं हो सकती. आज दो अक्टूबर है जो गांधी का जीवन संदेश देने वाला एक अमर दिवस है. बापू ने देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने में सबसे अहम भूमिका निभाई. महात्मा गांधी के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे.दोस्तों यह बात सही है कि हम सभी गांधी जी का सम्मान करते हैं और करना भी चाहिए, लेकिन आज हम अपने आप से एक वादा करते हैं कि हम सभी उनके बताए शांति, अहिंसा, सत्य, समानता, महिलाओं के प्रति सम्मान जैसे आदर्शों पर चलेंगे।कार्यक्रम के कुशल संचालन हेतु तथा कार्यक्रम में माननीय मुख्य अतिथि जी को अपना अमूल्य समय देने के लिए आभार इस अवसर पर शिक्षा संकाय, फार्मेसी संकाय, आईटीआई संकाय के शैक्षणिक स्टाफ तथा अशैक्षणिक स्टाफ और सम्पूर्ण छात्र छात्राओं सहित कई सैकड़ों ग्रामीणजन उपस्थित रहे।