
परमपूजनीय श्री रविशंकर महाराज श्री का प्राकटोत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया गया
आज ५ जुलाई २०२१ को अनंत श्री रविशंकर महाराज (श्री रावतपुरा सरकार) जी का प्राकट्य दिवस श्री रावतपुरा सरकार संस्थान , आरी झाँसी (उ. प्र.) में पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य कार्यकारी महोदया अमिता सक्सैना जी के दिशा निर्देशन में कोविद 19 के प्रोटोकाल का पूर्णतया पालन करते हुए प्रकटोत्सव का आरम्भ महाराज श्री के चरणों में पुष्पार्पण और वंदना से हुई , संस्थान प्रबंधक जी ने महाराज श्री के विचारो एवं दूरदर्शिता को जीवंत करते हुए सभी एकत्रित भक्त जनों एवं संस्थान के कर्मचारियों , विभाग प्रमुखों एवं छात्रो (ऑनलाइन व्यवस्था से ) को शुभकामनाएं प्रदान की व गुरुदेव के सन्देश को प्रसारित किया। उसके पश्चात प्राचार्य फार्मेसी ,प्राचार्य शिक्षा संकाय जी ने चरणवन्दन करते हुए पुष्पार्पण किया एवं सभी को एक-एक वृक्ष लगाने व उसको संरक्षित करके का संकल्प लिया। प्रबंधक जी में कहा कि परम श्रद्धेय महाराज श्री का जन्मोत्सव मनाना हमारे लिए गौरव की बात है और हमें महाराज श्री से सत्य के मार्ग पर चलना एक जनहित जैसे कार्यों में भागीदारी करने की प्रेरणा प्राप्त होती है जिसके लिए महाराज श्री की इचछा अनुसार पर्यावरण संतुलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए संस्थान के सभी कर्मचारियों एवं उपस्थित भक्तगणों और ग्राम आरी वासियों द्वारा फलदार वृक्षों का रोपण किया गया जिसमें यह संकल्प लिया गया कि जैसे अपने पुत्रों की सेवा करते है वैसे ही हमें इन वृक्षों की सेवा करनी होगी जिससे ये पौधे बड़े होकर वृक्ष का रूप धारण कर सके इसी कड़ी में प्राचार्य फार्मेसी ने कहा कि वृक्ष धरा का श्रंगार है और व्रक्षो के बगैर जीवन संभव नही है । पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आस पास के सभी गांवो में वृक्ष वितरण के साथ साथ फल वितरण किया गया जिसमे संसथान के सभी कर्मचारियों ने सहयोग प्रदान किया , इसी क्रम में श्री रावतपुरा सरकार संस्थान , आरी झाँसी (उ. प्र.) द्वारा सखी के हनुमान मंदिर में व उसके बाहर प्रसाद व फल वितरण किया गया जिसमे भारी संख्या में साधु संतो व भक्तो ने प्रतिभाग किया। कोरोना संक्रमण काल को दृष्टिगत रखते हुए कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए अनंत विभूषित महाराज श्री रावतपुरा सरकार जी का जन्मदिन बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाते हुए पर्यावरण संतुलन को गति प्रदान करते हुए फलदार वृक्षों को सृजन पार्क में रोपित किया गया।