गणपति बप्पा मोरया, अगले वर्ष तू जल्दी आ के गगनभेदी उदघोष के साथ आज हुआ गणपति विसर्जन
आज श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस आरी झांसी में श्री रावतपुरा सरकार संस्थान आरी झांसी में आज दस दिनों तक के गणेश उत्सव और प्रतिदिन उनके पूजन के पश्चात अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर भगवान गणेश जिन्हें बु्द्धि, वाणी, विवेक और समृद्धि के देवता माना जाता हैं, का मंत्रोच्चारण तथा भींगी भींगी आखों के साथ पूजन करने के उपरांत संपूर्ण रीति रिवाज तथा धार्मिक तरीके से यज्ञ अनुष्ठान किया गया, भगवान गणेश जी के पूजन तथा यज्ञ का महत्व बताते हुये आचार्य जी ने कहा श्री गणेश जी एक ऐसे देवता हैं जो बाधाओं और नकारात्मक प्रभावों को तत्काल दूर करने का सामर्थ्य रखते हैं। यज्ञ के पश्चात धूम-धड़ाके धोल नगाड़ों की ताल में थिरकते हुये संस्थानिक छात्र छात्राओ तथा स्टाफ के द्वारा अबीर उड़ाकर के गणपति बप्पा मोरया, अगले वर्ष तू जल्दी आ के गगनभेदी नारों के साथ धार्मिक ग्रन्थों में पुष्पावती के नाम से जानी जाने वाली बुंदेलखंड की गंगा प्राणदायिनी “पहूज नदी” में उनकी आऱती, वंदन करने के साथ घंटा शंख आदि के उदघोष के साथ किया गया बु्द्धि, वाणी, विवेक और समृद्धि के देवता से संस्थान प्रबंधक जी ने प्रार्थना करते हुये कहा कि मैं विघ्नेश्वर के चरण कमलों में जिनका चेहरा हाथी जैसा है, हमेशा भगवान, कैथ और जामुन के भूतों द्वारा सेवा की जाती है, जिनके लिए फल पसंदीदा भोजन है, पार्वती के पुत्र हैं, और जो संहारक हैं जीवों के दुखों के शत शत बारंबार कोटि कोटि प्रणाम करता हूं साथ ही मैं रहस्यमय भगवान से अवगत हूं, गज मुखी देव मेरा तथा संपूर्ण जगत का मार्गदर्शन करें। भगवान गणेश मेरे तथा समस्त जीवों के अंतर्ज्ञान को रोशन करें। विसर्जन के पश्चात संस्थानिक छात्र छात्रा तथा स्टाफ संस्थान वापस आये तथा वहां पर गणपति प्रसाद के रूप भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें छात्र छात्राओ के साथ साथ स्टाफ ने भी भंडारे के रूप में प्रसाद ग्रहण किया । संपूर्ण कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु संस्थान प्रबंधक जी ने संस्थान के छात्र छात्राओ के साथ शिक्षा सकांय प्राचार्य, फार्मेसी संकाय प्राचार्य, आईटीआई प्राचार्य तथा उपस्थित स्टाफ का आभार व्यक्त किया ।